what is Agriculture | Agriculture Department Bihar & UP

Agriculture

AGRICULTURE

इस पोस्ट हम आपको Agriculture के बारे में सभी जानकारी देंगे |
एग्रीकल्चर होता क्या है?  Bihar agriculture, UP agriculture , agriculture department, BSC agriculture, एग्रीकल्चर से जुड़ी सभी जानकारी इस पोस्ट के माध्यम से आपको  देंगे।

एग्रीकल्चर क्या होता  है? और  Agriculture की शुरुआता  कब और कहाँ  से हुई?

Agriculture होता क्या है? what is agriculture?

Agre+culture
Agre मतलब होता है मिट्टी,
और culture का मतलब होता है संस्कृति

agriculture को हिंदी में कृषि या खेती करना कहते हैं ।

पौधों या फिर पशुओं से संबंधित उत्पादों की खेती करना उसका उत्पादन करना एग्रीकल्चर कहलाता है।

एग्रीकल्चर की शुरुआत हजारों साल पहले हुआ था,
कम से कम साल 105,000 पहले शुरू हुए थे।
भारत एक कृषि प्रधान देश है, भारत में कृषि कई वर्षों से किया जा रहा है।
60% लोग लगभग एग्रीकल्चर से जुड़े हुए हैं चाहे वह प्रत्यक्ष रुप से जुड़े हुए हो या फिर अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए हैं।
भारत की लगभग आधा से ज्यादा आबादी एग्रीकल्चर से जुड़ी हुई है और यही कारण है कि आज भी भारत एग्रीकल्चर के क्षेत्र में दुनिया भर में दूसरे स्थान पर है,

dbt-Agriculture

Organic & inorganic agriculture

एग्रीकल्चर शब्द का नाम तो आपने सुना ही होगा। और आप जानते ही होंगे कि एग्रीकल्चर क्या होता है

अगर आप किसी गांव से belong करते हैं है तो एग्रीकल्चर को बहुत पास से देखे होंगे जो agriculture क्या है ।

अगर आप शहर से हैं तो एग्रीकल्चर को जरूर महसूस किए होंगे।
आपके थाली में तरह-तरह के पकवान होते हैं तरह-तरह की सब्जियां होती है यह सब एग्रीकल्चर का ही तो देन है।

Agriculture से संबंधित एक और term है , जिससे organic agriculture कहते हैं, हमें प्राकृतिक मनुष्य जानवरों को बिना नुकसान पहुंचाए एग्रीकल्चर सिखाता है ।

Inorganic agriculture

Organic agriculture जानने से पहले यह जान लेते हैं कि inorganic agriculture क्या होता है
Inorganic agriculture में किसान अधिक पैदावार के लालच में खाद और अधिक कीटनाशकों का इस्तेमाल करते हैं जिससे फसल की पैदावार की मात्रा तो बढ़ जाती है।
लेकिन inorganic agriculture से फसल की गुणवत्ता कम हो जाती है, मिट्टी की उर्वरता शक्ति क्षीण हो जाती है और inorganic agriculture से हमारे ecosystem पर भी बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।

Organic agriculture

 organic agriculture क्या होता है?
Organic culture, inorganic culture का उल्टा होता है। organic agriculture कोई भी रासायनिक खाद और कीटनाशक का इस्तेमाल नहीं किया जाता है इसमें गाय का गोबर, जैविक खाद, वर्मी खाद , हरी खाद का इस्तेमाल होता है , इन सबका हमारे प्राकृतिक पर कोई बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है इसीलिए organic agriculture  eco friendly ( पर्यावरण के अनुकूल ) होता है और इससे  पैदावार की गुणवत्ता में भी अधिक सुधार हुआ।

इस प्रकार के organic food हमारे health के लिए काफी फायदेमंद होते हैं।
इसलिए आज पूरी दुनिया organic agriculture को बढ़ावा दे रही है।
लोग अब फिर inorganic agriculture को छोड़कर कर organic agriculture को अपना रहे हैं।

अब आपके दिमाग में यह बात चल रहा होगा कि क्यों दुनिया inorganic agriculture को छोड़कर organic agriculture को अपना रही है ।
तो अब जानते हैं
आजादी के बाद भारत की कृषि कुछ खास अच्छे नहीं थी भारत के अनाज भंडारण में कमी हो गई थी
60 के दशक में तो हालत ऐसी थी कि कुछ बाहरी मुल्कों से अनाज लाया गया था।

हरित क्रांति

परंपरागत तरीके से खेती करने से ज्यादा पैदावार की प्राप्ति नहीं हो रही थी इस संकट से बचने के लिए भारत में हरित क्रांति लाई गई।
हरित क्रांति लाने के बाद भारतीय कृषि में बहुत सारा बदलाव आया ।
अब खेती में नए-नए मशीनरी सिस्टम संसाधनों का प्रयोग किया जाने लगा इसी के साथ खेती में ज्यादा पैदावार के लिए तरह-तरह के artificial fertilizers का प्रयोग किए जाने लगे ।
हरित क्रांति का भारत कृषि पर बहुत बड़ा प्रभाव पड़ा । गेहूं और चावल के उत्पादन में काफी ज्यादा बढ़ोतरी हुई।
भारत बहुत जल्द ही अनाज की समस्या से बाहर निकल गया।

हरित क्रांति के बदौलत अनाज की समस्या से तो बाहर निकल गया लेकिन कहते है की जो चीज हमारे लिए वरदान होती है वही चीज अभिशाप भी बन जाती है तो ऐसा ही कुछ हुआ, हरित क्रांति के बाद रासायनिक उर्वरकों का ज्यादा इस्तेमाल से धरती विषाक्त होने लगी , सिंचाई के वजह से कई जगहों पर भूमि गत जल स्तर नीचे चला गया ।

In organic culture से पौधों का जो डंठल होता था उसका किसान पशुओं को खिलाने लगे जिसके कारण पशुओं पर भी उसका बुरा प्रभाव पड़ने लगा ।
कीटनाशक छिड़काव के कारण जो भी फायदेमंद किए थे वह भी लुप्त होने लगे , हमारा इकोसिस्टम काफी ज्यादा प्रभाव पड़ा ।
यही सब समस्या के कारण orgainc agriculture पर जोड़ दिया गया आज स्थिति यह है कि पूरी दुनिया ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर की ओर बढ़ रही है।

Organic agriculture के फायदे क्या-क्या है?

  1. सब से बड़ा benefit यह होता है कि Organic food में किसी भी प्रकार के हानिकारक रसायनिक तत्व का इस्तेमाल नहीं किया जाता है जो इंसान के सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होते हैं।
  2. ऑर्गेनिक एग्रीकल्चर से किसानों को आर्थिक काफी ज्यादा फायदा होता है organic food दोगुने दाम पर बेचे जाते हैं और बाजार में इसकी मांग भी काफी ज्यादा बड़ी रहती है।
  3. ऑर्गेनिक खाद का इस्तेमाल करने से मिट्टी के खाद्य शक्ति में वृद्धि होती है। जिससे की फसल में बढ़ोतरी होती है।
  4. Organic खेती में सिंचाई के लिए ज्यादा जल की आवश्यकता नहीं होती है।
    इसमें कंपोस्ट खाद और वर्मी खाद का उपयोग किया जाता है कंपोस्ट खाद में कचरे का उपयोग किया जाता है जिससे होने वाले रोगों में कमी आती है।
  5. रासायनिक खाद का उपयोग नाम मात्र होने से कारण लागत में कमी आती है जिससे किसानों के जेब पर काम बोझ परता हैं ।

Agriculture

Types of farming in India

  1. Shifting agriculture
  2. Terrace framing
  3. Mixed farming
  4. Extensive agriculture
  5. Plantation agriculture
  6. Commercial agriculture
  7. Intensive agriculture
  8. Subsistence agriculture

BIHAR AGRICULTURE

आइए जानते हैं बिहार एग्रीकल्चर के बारे में।
किसानों के लिए समय-समय पर विभिन्न प्रकार की योजनाएं चलाई जाती है जो कि बिहार सरकार द्वारा योजना चलाई जाती है और किसानों के लिए जो योजना चलाई जाती है  संचालन बिहार की कृषि विभाग दुआर किया जाता है ।

बिहार सरकार द्वारा डीबीटी योजना के अंतर्गत कई प्रकार का कृषि विभाग के लिए योजनाएं चलाई जाती है जैसे कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान योजना, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, कृषि यंत्रीकरण योजना और बहुत सारी योजनाएं हैं जो कि बिहार सरकार द्वारा चलाई जाती है

डीबीटी क्या है? What is dbt agriculture?

डीडीटी का फुल फॉर्म होता है- Direct Benefit Transfer (डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर)

डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर अलग-अलग प्रदेशों में किसान के लिए चलाया जाता है और इसमें कृषि विभाग की विभिन्न प्रकार की योजनाएं योजना का मिलने वाला जो राशि होता है वह किसान के सीधे बैंक के अकाउंट में पहुंचाया जाता है।
डीडीटी का मुख्य उद्देश्य है कि एग्रीकल्चर योजना का कोई भी लाभ बिना रुकावट के किसान तक सीधे पहुंचाया जा सके।

आइए आप जानते हैं dbt agriculture बिहार में कौन-कौन सी सुविधाएं उपलब्ध है।

  • प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना
  • कृषि इनपुट सब्सिडी स्कीम
  • प्रधानमंत्री मंत्री कृषि सिंचाई योजना
  • सूखाग्रस्त प्रखंडों के लिए कृषि इनपुट सब्सिडी योजना
  • पूर्ण विचार सूखाग्रस्त प्रखंड के लिए कृषि इनपुट सब्सिड योजना
  • डीजल अनुदान खरीफ
  • कृषि यंत्रीकरण योजना
  • बीज अनुदान योजना आवेदन
  • बीज अनुजापति राज्य सरकार हेतु आवेदन
    ये सारे आवेदन आप डीबीटी एग्रीकल्चर बिहार गवर्नमेंट के द्वारा जो भी योजना दी जाती है इसके लिए आप आवेदन कर सकते हैं।

किसान रजिस्ट्रेशन dbt Bihar agriculture रजिस्ट्रेशन करने के लिए आपके पास कुछ इंपॉर्टेंट डॉक्यूमेंट होने चाहिए जैसे कि

  1. आप का आधार कार्ड,
    और आपका आधार कार्ड आपके मोबाइल नंबर से रजिस्टर्ड होना चाहिए।
  2.  आपका बैंक अकाउंट
    आपका पासबुक और आईएफसी कोड

आइए जानते हैं डीबीटी एग्रीकल्चर किसान रजिस्ट्रेशन कैसे करें?

  1. आपको रजिस्ट्रेशन करने के लिए सबसे पहले एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट ऑफ़ बिहार पोर्टल पर जाना होगा
    dbtagriculter.bihar.gov.in कर जाना होगा
  2. उसके के बाद आपके सामने एक पेज खुल कर आ जाएगा।
  3. एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट बिहार के वेबसाइट पर आपको दो भाषा मिलेंगे हिंदी और इंग्लिश में
    हां पर आपको रजिस्ट्रेशन के ऑप्शन पर क्लिक करना होगा।
  4.  फिर आपके सामने एक नया पेज खुल कर आएगा उस पर आपको तीन ऑप्शन मिलेंगे कि आपको फर्स्ट नंबर ऑप्शन को सेलेक्ट करना है Demography+OTp
  5. आपके सामने नया पेज खुल कर आ जाएगा उसमें आपको अपना आधार कार्ड का नंबर डालना होगा कार्ड का नाम डालना है।
  6. उसके बाद आपको Authentication बटन पर क्लिक करना पड़ेगा।
  7. क्लिक करने के बाद आपके अपने मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी जाएगा और फिर आपको ओटीपी डालना होगा और उसके बाद फिर आपके सामने एक नया पेज खुल कर आ जाएगा जिसमें आपको किसान क्रेडिट कार्ड लिया हुआ है या नहीं यह पूछा जाएगा फिर आपको यस या नो के ऑप्शन को सिलेक्ट करना होगा उसके बाद आपको सबमिट कर बटन पर क्लिक करना पड़ेगा
  8. उसके बाद फिर आपके सामने नया पेज खुल कर आएगा जिस पर आपको तीन ऑप्शन रहेंगे जिसमें कि फार्मर रजिस्ट्रेशन, वेंडर रजिस्ट्रेशन और ऑनलाइन लाइन सी सर्टिफिकेट
    जिसमें आपको फर्स्ट नंबर ऑप्शन हो क्लिक करना जो farmer registration पर क्लिक करना है
  9. उसके बाद जैसे ही आपके लिए करेंगे तो आपके सामने फिर एक पेज खुल कर आ जाएगा और उसमें पूछो ही हर जानकारी को आपको सही-सही भर देनी है।
  10. सारा डिटेल्स भरने के बाद नीचे सबमिट के बटन पर आपको क्लिक कर देना
  11. समित के बटन पर क्लिक करेंगे तो आपका फॉर्म सबमिट हो जाएगा और फिर आपका जो किसान रजिस्ट्रेशन नंबर है और वह आपके सामने आ जाएगा और उस रजिस्ट्रेशन नंबर को आप सही से कहीं पर नोट कर के रख ले ताकि आगे आपको काम आ सके।

अगर आपको रजिस्ट्रेशन के दौरान कोई भी गलती हो जाए तो उसका सुधार कैसे करें ।

  1. 1इसके लिए सबसे पहले आपको ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना होगा।
  2. फिर आपका ऑफ ऑफिशियल वेबसाइट पर जाने के बाद विवरण संशोधन नाम से आपको मैं मैन्यू दिखेगा उस विकल्प पर आपको क्लिक करना है।
  3. और फिर आपको भी बंद संशोधन में आपको किसान रजिस्ट्रेशन वाले पर आपको क्लिक करना है और उसके बाद आपके सामने एक नया पेज खुल कर आ जाएगा।
  4. उस पेज में आपको बैंक की जानकारी, नाम, आपके पिता या फिर पति का नाम, आपका लिंग, गांव, मोबाइल नंबर सब आपको दिखेगा अब जो मैं भी सुधार करना चाहते हैं जिसमें आपका गलती हो गया है वह आप सुधार कर सकते हैं।
  5. आपको वहां 3 ऑप्शन मिलेगा जिसमें आपको डेमोग्राफी+ ओटीपी सेलेक्ट करना होगा और फिर वहां उसके बाद आपको अपना आधार कार्ड का नंबर डालना होगा और फिर आपको verfication करना होगा।
  6. और फिर आपको वेरिफिकेशन करने के बाद आपके सामने एक नया पेज खोलकर आएगा जहां अपना रजिस्ट्रेशन से संबंधित दी हुई जानकारी का सुधार कर सकते है।

उत्तर प्रदेश एग्रीकल्चर, UP Agriculture

यूपी में सरकार ने किसानों के लिए बहुत सारी योजनाओं का आरंभ किया है और इस योजना का लाभ लेने के लिए किसानों को यूपी एग्रीकल्चर विभाग के वेबसाइट पर को रजिस्ट्रेशन करना होगा और बहुत सारे किसान ऐसे हैं जो अपना रजिस्ट्रेशन नहीं कर पाते हैं और वह इस योजना का लाभ नहीं ले पाते हैं।

पहले रजिस्ट्रेशन करवाने के लिए किसान को अलग-अलग सरकारी विभागों में जाकर अपना रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता था लेकिन अब डिजिटल इंडिया में हर योजना को ऑनलाइन उपलब्ध कर दिया है इससे सब को फायदा होता है और हर किसान जो है वह अपने घर बैठे कंप्यूटर से या फिर अपने फोन से अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं उनको कोई भी सरकारी दफ्तरों का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा इनसे समय और पैसे दोनों की बचत होगी।

पीएम किसान का रजिस्ट्रेशन कैसे करें यूपी एग्रीकल्चर का

रजिस्ट्रेशन करने के लिए सबसे पहले आपको इसके अधिकारी वेबसाइट पर जाना होगा, upagriculter.com

फिर आपको उस वेबसाइट पर आपको रजिस्ट्रेशन लिखा होगा उस पर आपको क्लिक करना है क्लिक करने के बाद आपके सामने फिर से एक नया पेज खुल कर आ जाएगा।

वेबसाइट पर हर जानकारी आपको मिलेगी जिसे भी योजना का आप रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं वह सब आपको वहां पर मिलेगा

  1. कृषि विभाग की योजना ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन।
  2. वस्तु की नई मांग कर (यह केवल पहले से जो पंजीकृत किसान है उनके लिए)
  3. गन्ना विभाग की आयोजन ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करें।
  4. राम बसे मशीनरी बैंक के लिए समूह रजिस्ट्रेशन करें।
  5. उद्यान विभाग के योजना के लिए ऑनलाइन करें।
    अब आप जिसके लिए भी ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करना चाहते हैं उसके लिंक पर आपको क्लिक करना होगा और फिर जैसे ही आप क्लिक करेंगे तो आपके सामने फिर से एक नया पेज खुल कर आ जाएगा और उसमें पूछो हुई हर जानकारी को आपको सही से भरना होगा।

जैसे  कृषक का विवरण 

  • जैसे कृषक का नाम
  • गांव का नाम
  • जिला का नाम
  • ब्लॉक का नाम
  • कृषक का मोबाइल नंबर और यही सब जानकारी आपको अच्छे से फील करनी है।

आगे आपसे पूछे land details इसमें भी आपको भूमि से पूछे हुई हर जानकारी को अच्छे से पढ़ना है जैसे कि मालिक का नाम

  • खेतानी संख्या
  • और किसानों की संख्या
  • जमीन का क्षेत्रफल
  • भूमि से जुड़ी हुई जो भी जानकारी आप से पूछा जाएगा इसमें आपको अच्छे से फील कर देना है।

आगे आप से आगे आपसे योजना का नाम और कृषि उपकरण जो भी आपको चाहिए वह आप को सेलेक्ट करना होगा सेलेक्ट करने के बाद आपको प्लस साइन पर क्लिक करना होगा।

  • आगे आप से बैंक का विवरण पूछा जाएगा इसमें आपको जिले का नाम
  • बैंक का नाम
  • शाखा
  • और बैंक खाता संख्या उसको उसके बाद आपको IFCS कोड यह सारी जानकारी आपको सही सही भरना है।
  • सारा डिटेल्स आपको सही-सही भर ना अगर एक भी गलती हो जाएगा तो राशि आपके बैंक के अकाउंट में नहीं आ पाएगी।

जानकारी अच्छे से बढ़ने के बाद आप का रजिस्ट्रेशन हो जाएगा और रजिस्ट्रेशन पूरा होने के बाद आपको रजिस्ट्रेशन नंबर वहां आ जाएगा इस रजिस्ट्रेशन नंबर को आप अच्छे से लिख ले आगे लोगिन करने में काम आएगा।

यूपी एग्रीकल्चर रजिस्ट्रेशन के लाभ

  • यूपी एग्रीकल्चर रजिस्ट्रेशन करने से आपको लाभ मिल सकते हैं जैसे कि आप हर योजना का घर बैठे जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
  • पंजीकृत किसान यह भी पता लगा सकते हैं कि उनके बैंक खाते में अनुदान राशि आई है या नहीं।
  • साड़ी योजना जैसे कृषि यंत्र कृषि सुरक्षा यंत्र की खरीदारी बीच की खरीदारी रक्षा रसायन यह सब की सब्सिडी दी जाती है।
  • ईवीडी के माध्यम से सीधे आपके बैंक अकाउंट में राशि आ जाएगा और यह राशि सिर्फ उन्हीं को आएगा जो किसान रजिस्ट्रेशन करवाएं हुए हैं।
  • आपको कृषि विभाग से संबंधित किसी तरह की कोई भी समस्या है या कठिनाई हो रही है तो आप अब उत्तर प्रदेश कृषि विभाग के वेबसाइट पर अपना शिकायत भेज सकते हैं।

अगर आपको उत्तर प्रदेश एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट से कोई भी जानकारी चाहिए तो आप इसके हेल्पलाइन नंबर के माध्यम से आप इसे कॉल कर कर सकते हैं और आप जानकारी ले सकते हैं या फिर आप मेल भी कर सकते हैं।

  • 7235090578
  • 7235090583
  • dbt.validation@gmail.com

BSC AGRICULTURE

हमारे देश में कृषि बहुत लंबे समय में विकसित हुआ और जिसने कि हमें बहुत कब मुनाफा मिलता था और हमारे पास अच्छे किस्म के बीज भी नहीं होता था उस टाइम और बहुत सारी दिक्कतें होती थी बहुत सारे योजना की शुरुआत भी नहीं था यही सब को ध्यान में रखते हुए योजना का भी शुरू किया गया कृषि के क्षेत्र में ध्यान दिया गया और और एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय भी खोले गए और किसानों को पहले बहुत दिक्कत होता था उपज करने में यही सब को देखते हुए किसान को किन-किन चीजों की दिक्कत हो रही है उनके दिक्कत को देखते हुए बहुत सारी चीजों की खोज की गई। बीएससी एग्रीकल्चर में कृषि के बारे में ही पड़ते हैं इसमें की कृषि में उन्नत बीज नई तकनीक मिट्टी फल फल सब्जी बहुत सारे तकनीकों को विकसित किया गया और इसमें कम खर्च में अधिक मुनाफा प्राप्त हो
और बीएससी एग्रीकल्चर में कृषि से संबंधित हर चीजों के बारे में जानकारी दी जाती है और पढ़ाई जाती है
मारे देश से गरीबी को दूर करने के लिए कृषि चार गुना मददगार हो सकता है
और बीएससी एग्रीकल्चर डिग्री स्नातक को की मांग कर रहा है वह दिन पर दिन बढ़ते जा रहा है और कोर्स का फीस भी अन्य डिग्रियों की तुलना में काफी कम लगता है और इसमें अच्छी नौकरी मिलती है और अच्छे पैकेज भी मिलते हैं

बीएससी एग्रीकल्चर का फुल फॉर्म होता है – बैचलर इन साइंस इन एग्रीकल्चर

बीएससी एग्रीकल्चर Undergraduate का कोर्स है इसमें 4 साल का समय लगता है कोर्स को पूरा करने में।
ग्रैजुएट कोर्स में 3 वर्ष का ही समय लगता है लेकिन बीएससी एग्रीकल्चर में 4 वर्ष लगता है।
इस कोर्स में 3 साल पूरी पढ़ाई होता है और 1 साल प्रैक्टिकल ट्रेनिंग दी जाती है और इसीलिए बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स में 4 साल का समय लगता है।
और 8 सेमेस्टर होते हैं।

BSC AGRICULTURE कोर्स करवाने के लिए कई सारे कॉलेज में एंट्रेंस एग्जाम लिए जाते हैं और जो भी एंट्रेंस एग्जाम क्वालीफाई करते हैं वह बीएससी एग्रीकल्चर का कोर्स कर सकते हैं।

इस एंट्रेंस एग्जाम में 12th के सारे साइंस से questions पूछे जाते हैं और सारे ऑब्जेक्टिव questions होते हैं।

बहुत सारे ऐसे भी कॉलेज है जहां बिना एंट्रेंस का डायरेक्ट एडमिशन मिल जाता है, उन्हें इंटर की परीक्षा में जो प्राप्त अंक होता है उसी मेरिट के आधार पर उन्हें बीएससी एग्रीकल्चर में एडमिशन मिल जाता है।

BSC AGRICULTURE में पढाई जाती है ।

बीएससी एग्रीकल्चर में आपको एग्रीकल्चरल रिसर्च के बारे में पढ़ाया जाता और नई तकनीकों के बारे में पढ़ा जाता ताकि हमारा देश आगे बढ़ सके एग्रीकल्चर के फील्ड में।
कृषि बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है और इसमें बहुत सारे स्टूडेंट भी अपना कैरियर बना रहे हैं कृषि हमारा प्रमुख उद्योग है।
सेरीकल्चर में कृषि से जुड़ी हर जानकारी आपको पढ़ाया जाता है और आपको एग्रीकल्चर से संबंधित सारी जानकारी दी जाती है और इन्वायरमेंट से संबंधित भी हर जानकारी आपको दिया जाता है बीएससी एग्रीकल्चर में आपको यही बताया जाता है कि फसलों का उपज कैसे करें और अपनी फसल को स्टोर कैसे करें और इससे जुड़ी हुई हर जानकारी आपको bsc agriculture में बताया जाता है।
सेरीकल्चर एक जो प्रोफेशनल डिग्री है अभी एग्रीकल्चर करने के बाद आपको आसानी से कोई भी सरकारी या प्राइवेट संस्थाओं में आपको नौकरी आसानी से मिल सकती है

आइए अब जानते हैं बीएससी एग्रीकल्चर में आपको क्या सब पढ़ाया जाता है।

  • agronomy Horticulture
  • plant pathology
  • entomology agricultural
  • economic extension
  • education genetic
  • plant breeding
  • soil science animal husbandry ये सारे सब्जेक्ट बीएससी एग्रीकल्चर में पढ़ाए जाते हैं।

जो भी स्टूडेंट्स इंटर में पास हो चुके हैं और उनका सब्जेक्ट फिजिक्स , मैथमेटिक्स या फिर केमेस्ट्री बायोलॉजी साइंस का कोई भी सब्जेक्ट हो तो वह एग्रीकल्चर में कोई कोर्स कर सकते हैं इसके अलावा और कोई भी एक फ्रेंड एग्रीकल्चर सेक्टर में काफी इंटरेस्टेड हैं तो वह स्टेट एग्रीकल्चर का कोर्स कर सकते हैं।

कौन-कौन से कोर्स आते हैं agriculture में?

  • B tech in agriculture
  • Bachelor of Science honours
  • Bachelor of Science in agriculture
  • Bachelor of Science in crop physiology
  • Diploma in agriculture
  • Diploma in agriculture engineering
  • Diploma in agriculture and allied practices
  • Master of Science in agriculture
  • Master of Science in biological science
  • Master of Science in agriculture botany

जो भी कॉलेज बीएससी एग्रीकल्चर का कोर्स करवाती है उसे इंडियन काउंसलिंग ऑफ़ एग्रीकल्चर रिसर्च (आईसीएआर) से मान्यता प्राप्त करनी पड़ती है और जो भी कॉलेजेस काउंसलिंग के मान्यता प्राप्त होती है वहीं कॉलेज बीएससी एग्रीकल्चर का कोर्स करवा सकती है ।

Indian Council of Agricultural Research,  यह भारत सरकार द्वारा गठित किया गया है।

Top BSC AGRICULTURE college in India

  1. Govind ballabh pant university of agriculture and technology
  2. Banaras Hindu University
  3. Punjab University
  4. Chandigarh University
  5. Indira Gandhi Krishi Vishwavidyalaya
  6. Jawaharlal Nehru Krishi vigyan
  7. vishwavidyalay
  8. punjab agriculture University
  9. Delhi University
  10. IKG punjab technical university
  11. Bhartiya college of agriculture and agriculture engineering
  12. junagadh agriculture University

ICAR नई दिल्ली, पूरे भारत में कृषि विश्वविद्यालय में 15 % शीट भरने के लिए होता है उसमें एंट्रेंस एग्जाम आयोजित किया जाता है जिसमें कि एग्रीकल्चर में बीएससी की एग्जाम स्कीम में फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी, मैथमेटिक्स और एक पेपर एग्रीकल्चर का होता है,
बीएससी एग्रीकल्चर एंट्रेंस एग्जाम में 180 प्रश्न पूछे जाते हैं।

BSC Agriculture करने के फायदे क्या सब होते हैं?

Bsc agriculture के बहुत सारे फायदे होते हैं और बीएससी एग्रीकल्चर कोर्स करने में मजा ही बहुत आता है बस आपको अच्छे से पढ़ाई करना पड़ेगा मेहनत और लगन से आपको अच्छे से इस कोर्स को कंप्लीट करना पड़ेगा।

  • Bsc agriculture करने के बाद आप आप ग्रेजुएट कहलाते हैं और आपके पास ग्रेजुएट की डिग्री भी हो जाती है।
  • बीएससी agriculter साइंस के क्षेत्र में सबसे अच्छा है।
  • इस कोर्स करने के बाद आप की मांग विदेश में भी बहुत ज्यादा होने लगता ह।
  • बीएससी एग्रीकल्चर करने के बाद आप कोई सरकारी जॉब भी कर सकते हैं
  • बीएससी एग्रीकल्चर करने के बाद आप कृषि और मिट्टी और फसल उत्पादन में काफी अच्छे हो जाते हैं और आपके पास अधिक नॉलेज भी हो जाता है।
  • इस कोर्स को करने के बाद अगर आपके पास जमीन है तो आप अपना खेती भी कर सकते हैं अपनी नई तकनीकों से आप अच्छे से खेती कर पाएंगे , और अपना बिजनेश शुरू कर सकते हैं।
  • और अभी बीएससी एग्रीकल्चर के फील्ड में बहुत रिसर्च वर्क होना बाकी है और अभी कल चर्चा भी बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है और बहुत आगे भी जाएगा इस क्षेत्र में नौकरी की कमी भी नहीं रहे नहीं होगी।

Bsc Agriculture करने के बाद जॉब

एग्रीकल्चर करने के बाद आपको इसमें बहुत सारे जॉब मिल सकते है
जब आप इसमें अच्छे से पढ़ाई कर लेते हैं और अच्छे जानकार हो जाते हैं तो आपके लिए बहुत सारे दरवाजे खुल जाते हैं नौकरी का दरवाजा बहुत खुल जाता है, बहुत सारे जॉब ले सकते हैं अगर आपके पास नॉलेज होना चाहिए।
इसमें आपको बहुत सारा जॉब मिल सकता है।

आइए आपका कुछ अच्छे जॉब के बारे में बताते हैं

  1. assistant plantation manager
  2. Agriculture Officer
  3. plant breeder
  4. seed technologist
  5. agriculture research scientist
  6. agriculture development officer
  7. marketing executive
  8.  agriculture technician
  9.  rice breeder

Agriculture करने के बाद गवर्नमेंट जॉब

  • state farms corporation of India
  • India Agricultural Research Institute
  • National seed Corporation Limited
  • Nationa dairy development board
  • Agriculture Finance Corporation
  • council of scientific and in Industrial Research
  • food corporation of India
  • India council of agricultural research

प्राइवेट सेक्टर में जॉब

  • Agriculture marketing
  • Finance sector with the focus on agriculture
  • Micro financial institutions
  • fertilizer companies

bsc agriculture करने से आपको बहुत सारे बेनिफिट मिलते हैं।

बी एस एग्रीकल्चर करने के बाद जो आपको जॉब मिलता है उस जॉब में आप की सैलरी कितनी होती है।
कल्चर का कोर्स करने के बाद जॉब की सैलरी होती है जो फ्रेशर कैंडिडेट होते हैं उनकी शुरुआत की सैलरी 2 लाक से 4.5 लाख रुपया होता है, और आपका जैसा एक्सपीरियंस होगा और वैसे सैलरी भी बढ़ती जाएगी

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