UPSC and BPSC Exam क्या है? Full Form? Syllabus and All Details

UPSC and BPSC All Details
आज हम आपको इस Post में आपको बताएँगे की BPSC क्या है? क्या qualification चाहिए? Age limit कितना होता है Exam कितने स्टेज में होता है? इसका Syllabus क्या है? इस में कितने पोस्ट होते हैं ?
सारी जानकारी हम आपको इस पोस्ट के माध्यम से detail में देंगे, पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप अंत तक पढ़े।
UPSC, इस आर्टिकल में हम आपको UPSC Exam क्या है? UPSC Exam के Syllabus क्या होते हैं? UPSC Exam कितने चरण में होता है? इसकी एज लिमिट क्या है? UPSC के Exam से लेकर इसके ट्रेनिंग तक की सभी जानकारी हम आपको इस पोस्ट में देंगे पूरी जानकारी प्राप्त करने के लिए आप अंत तक पढ़े।
सभी लोगों का सपना होता है सरकारी अधिकारी बनने का | सब लोग का सपना होता है अपने Life में कुछ करने का , एक कामयाब इंसान बनने का अगर आप एक सरकारी अधिकारी बनना चाहते है तो आप दो तरीकों से बन सकते हैं, पहला संघ लोक सेवा आयोग इसे UPSC की परीक्षा पास करके आप सरकारी अधिकारी बन सकते हैं |
- BPSC का full form – Bihar public Service Commission होता है।
- हिंदी में BPSC का फुल फॉर्म = बिहार लोक सेवा आयोग होता है।
- BPSC का मुख्याल पहले रांची में था और उसके बाद 1 मार्च 1951 को BPSC का मुख्यालय रांची से पटना शिफ्ट कर दिया गया।
- BPSC का मुख्यालय अभी पटना में है और यह Exam हर साल होता है।
BPSC Combined competitive examination एक राज्यस्तरीय प्रतियोगी परीक्षा है जो बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा राज्य के अंतर्गत विभिन्न प्रशासनिक पदों पर भर्ती के लिए हर वर्ष परीक्षा आयोजित की जाती है BPSC combined competitive examination को BPSC सिविल सेवा परीक्षा भी कहा जाता है।
BPSC के माध्यम से बिहार राज्य के अंतर्गत विभिन्न प्रशासनिक पदों पर भर्ती की जाती है जैसे डिप्टी कलेक्टर , ब्लॉक विकास पदाधिकारी , सहायक पुलिस अधिकारी, क्षेत्रीय यातायात अधिकारी , जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी, सहायक कमिश्नर इत्यादि।
BPSC Exam कौन कौन दे सकता है? Eligibility For BPSC Exam
- BPSC Exam देने के लिए कम से कम ग्रेजुएशन पास होना चाहिए।
- BPSC Exam के लिए आयु सीमा
- BPSC Exam देने के लिए न्यूनतम आपकी आयु 21 वर्ष होना चाहिए।
- सामान्य श्रेणी – पुरुष अधिकतम आयु 37 वर्ष
- सामान्य श्रेणी – महिला अधिकतम आयु 40 वर्ष
- बीसी/ओबीसी 40 वर्ष
- एससी/एसटी 42 वर्ष
BPSC के अंतर्गत आने वाले ने वाले पोस्ट
बीपीएससी के अंतर्गत बहुत सारे पोस्ट आते हैं
- Bihar Administrative Service (बिहार प्रशासनिक सेवा) SDC/SDM – यह पोस्ट BPSC में सबसे बड़ी पोस्ट है। कलेक्टर के नीचे का होता है और इसमें 10 – 12 साल Promotion होते – होते आप कलक्टर भी बन सकते हैं।
इसमें डायरेक्ट आपको एसडीएम नही बनाया जाता है पहले SDC पोस्ट पर नियुक्त की जाती है , थोड़े समय बाद आप को एसडीएम पोस्ट पर अप्वॉइंट कर दी जाती है।
SDM फुल फॉर्म sub divisional magistrate होता है । यह Level 9 की पोस्ट होती है। ग्रेड पे 5400 होता है । - Deputy Superintendent of police (DSP) पुलिस उपाधीक्षक – बिहार पीसीएस के Exam जो होते हैं उसमें ज्यादातर स्टूडेंट डीएसपी पोस्ट को पसंद करते हैं इसमें एक्स्ट्रा फैसिलिटी प्रोवाइड होती है जो कि एसडीएम पोस्ट में नहीं होता है लेकिन पावर की तुलना में डीएसपी से ज्यादा पावर एसडीएम को होता है।
और इसमें आपका Promotion होते-होते आप आईपीएस पोस्ट तक जा सकते हैं।
यह level 9 का पोस्ट है। ग्रेड पे 5400 होता है
ऑफिस वर्क का समय कोई फिक्स नहीं होता है आपको दिन या रात कभी भी काम पर आने को भुलाया जा सकता है अगर आप का एरिया बहुत सेंसिटिव है तो आपको हमेशा अलर्ट पर ही रहना होगा। - Assistant commissioner of state tax( राज्य कर सहायक आयुक्त)
पहले इसे CTO भी कहा जाता था commercial tax officer . स्टेट के टैक्स को कलेक्ट करना इन ऑफिसर के अंदर में आते हैं यह भी बहुत अच्छा पोस्ट है यह भी लेवल 9 का पोस्ट है ।
इसमें ऑफिस टाइम में ही काम होता है ऑफिस में 2 दिन की छुट्टी भी मिलती है एक फिक्स समय पर ड्यूटी होता है आरामदायक नौकरी करना चाहते हैं तो आप इस पोस्ट के लिए अप्लाई कर सकते हैं। ग्रेड पे 5400 होता है। - Sub Register/joint sub registrar ( अबर निबंधक / संयुक्त अबर निबंधक)
पूरे स्टेट में जमीन की रजिस्ट्री होती है या फिर जमीन से जुड़ी हुई जितनी भी काम होती है वह सब इन्हीं ऑफिसर्स के अंदर में आते हैं यह भी level 9 का पोस्ट होता है। ग्रेड पे 5400 होता है - Rural Development Officer ( ग्रामीण विकास पदाधिकारी) इस पोस्ट पर जो भी ऑफिसर होते हैं उनका काम होता है सरकार की योजनाओं को ग्रामीणों तक पहुंचाने का है यह level 7 की पोस्ट होती है और इसका ग्रेड पे 4600 होता है
BPSC Exam 3 स्टेप में होता है।
(1.) prelims – यह objective type paper होता है , एक पेपर होता है और Objective टाइप होता है इसमें 150 मार्क्स का Exam होता है इस एग्जाम को Qualify करने के बाद ही आप मेंस का फॉर्म भर सकते हैं।
(2.) Mains – four papers, 900 marks के होते है
यह Exam आप का सब्जेक्ट टाइप होता है और इसमें आपको क्वेश्चन के आंसर लोखना होता हैं और यह चार पेपर का Exam होता है।
अब जानते है की मेंस का चार पेपर कौन-कौन सा होते हैं ?
पहला, जनरल हिंदी इसमें आपको बस Qualify करना होता है इसका मार्क्स आपके फाइनल लिस्ट में नहीं जोड़ा जाता है। जनरल हिंदी में Qualify करना जरूरी होता और इसमें आपको 3 घंटे का समय दिया जाता है, और ये पेपर 100 मार्क्स का Exam होता है ।
बाकी के जो 3 पेपर होते हैं उसका मार्क्स आपको फाइनल मेरिट लिस्ट में जोड़ा जाता है जिससे आपका फाइनलिस्ट बन के तैयार होता है |
जनरल स्टडीज पेपर 1, जनरल स्टडीज पेपर 2 यह दोनों Exam 300-300 marks के होते हैं और दोनों में Exam का टाइम 3 घंटे दिया जाता है और एक लास्ट पेपर होता है जिसे ऑप्शनल पेपर कहते हैं यह भी 300 मार्क्स का होता है और इसमें भी 3 घंटे का समय दिया जाता है इन्हीं तीनों पेपर का मार्क्स आप का फाइनल लिस्ट में जोड़ा जाता है |
(3.) फाइनल सिलेक्शन आपके Interview पर निर्भर करता है आपका इंटरव्यू टोटल 120 नंबर का होता है, यह ध्यान रखना है मैंस और इंटरव्यू दोनों का नंबर जोड़ कर आप का फाइनल लिस्ट आता है।
और इसका Exam ऑफलाइन मोड में ही होता है
- Bihar Scholarship 2022, ₹25,000 का प्रोत्साहन राशि
- sukanya samriddhi yojana 2022
- Up Scholarship 2022, Pre & Post Matric Scholarship
BPSC का Syllabus क्या है ?
- General science
- Event of national and international importance
- History of Bihar and Indian history Geography of Bihar
- Indian Polity and economy
- Change in the economy of Bihar post independence
- Indian National Movement and the the role of Bihar
- General mental ability.
UPSC क्या है ?
यह भारत की केंद्रीय संस्था है जो कि केंद्रीय सेवा के समूह ग्रुप A और ग्रुप B के अधिकारियों की परीक्षा करवाती है यह लगभग 24 पदों के लिए परीक्षा कराती है UPSC सिविल सर्विसेज Exam कराती है और बहुत सारी Exam करवाती है।
UPSC की स्थापना 1 अक्टूबर 1926 को हुआ था
उस समय इसका नाम था लोक सेवा आयोग (public Service Commission) PSC
आजादी के बाद 26 अक्टूबर 1950 में इसका नाम बदलकर UPSC रख दिया गया Union Public Service Commission( संघीय लोक सेवा आयोग ) और बहुत सारे बदलाव भी किए गए।
अब जानते हैं कि UPSC द्वारा कौन-कौन सी Exam करवाई जाती है?
- Civil services Exam (CSE)
- Engineering Services Exam ( ESE)
- Combined Medical Services Exam (CMSE)
- National defence Academy exam (NDA)
- Combined Defence Services Exam (CDSE)
- Navel Academy exam (NAE)
- Special Academy Railway Apprentice (SARA)
- Indian Foregin Service (IFS)
- Indian economic Service exam(IES)
- Indian Forest Service exam(IFS)
- Central Armed Police force exam( CAPF)
UPSC Exam कौन दे सकता है?
UPSC Exam देने के लिए शैक्षणिक योग्यता आपका ग्रेजुएशन पास होने चाहिए ,
भारत के नागरिक होने चाहिए |
उम्र सीमा
- General
जनरल वर्ग के लोगों के लिए एज लिमिट 21 वर्ष से 32 वर्ष तक का होता है और यह लोग 6 बार Exam दे सकते हैं। - OBC
ओबीसी के लोगों के लिए 21 वर्ष से 35 वर्ष एज लिमिट होता और यह लोग 9 बार Exam दे सकते हैं। - SC/ST
SCऔर एसटी के लोगों के लिए 21 वर्ष 37 वर्ष एज लिमिट होता है और इनका कोई सीमा नहीं होता Exam देने का 21 से 37 वर्ष की उम्र में जितनी बार चाहे उतना Exam दे सकते है ।
UPSC Exam तीन चरण में होती है।
(1.) Prelims ( प्रारंभिक परीक्षा)
प्रारंभिक परीक्षा में 2 पेपर होते हैं।
paper 1 – जनरल स्टडी 1 (GS) 200 मार्क्स का होता है , समय 2 hours होते हैं , objective type questions रहते हैं ।
paper 2 – Aptitude test 200 marks का होता है , समय 2 hours और ये भी objective type होते हैं ।
इस Exam को क्लियर करने के बाद ही आप मेंस Exam में बैठ पाएंगे ।
(2.) Mains exam
मेंस Exam 9 पेपर के होते हैं।
- paper – 1 Essay
- paper – 2 G.S 1
- paper – 3 G.S 2
- Paper – 4 G.S 3
- paper – 5 G.S 4
- paper – 6 English (only Qualifying )
- paper – 7 Any one language (only Qualifying )
- paper – 8 Optionlal
- paper – 9 Optional
Exam 1750 मार्क्स का होता है ।
(3.) UPSC Exam का सबसे अंतिम चरण होता है Interview और आपका Interview 275 अंक का होता है।
अगर आप इंटरव्यू में सेलेक्ट हो जाते है तो उस के बाद आपका Mains exam और Interview दोनों को मिलाकर मेरिट बनता है और आप उसके आधार पर आप जिस भी पोस्ट के लिए Qualify होते है , उस पोस्ट पर आप को नियुक्ति कर दी जाती है।
अब यह जानते हैं की UPSC के अन्दर कौन कौन सी पोस्ट होती हैं ?
All India Civil Services ( अखिल भारतीय सिविल सेवा) इसके अंदर आने वाले पोस्ट
- IAS – Indian Administrative Service (भारतीय प्रशासनिक सेवा )
- IPS ndian Police Service (भारतीय पुलिस सेवा )
- IFS Indian Forest Service (भारतीय वन सेवा )
- UPSC में बहुत सारे पोस्ट आते हैं लेकिन यह तीन पोस्ट काफी ज्यादा पावरफुल होता है।
सरकार के दुआर IAS और IPS को सभी facility बराबर ही दी जाती है। और उनको काम करने के लिए 2 गाड़ियां भी दी जाती है , इनका Promotion भी एक ही समय अंतराल पर होता है | इनको ट्रांसफर कभी भी कही भी किया जा सकता है।
IAS और IPS को रहने के लिए जिले में एक बंगला और नौकर भी दिए जाते है और घर के अंदर की सभी फैसिलिटी दिया जाता है।
UPSC Exam Qualify कर लेने के बाद लोगों के लिए आसान नहीं होता है ऑफिसर्स बन जाना ।
UPSC Exam Qualify करने के बाद आईएएस और जो भी ऑफिसर होते हैं उनकी ट्रेनिंग कहां होती है और कैसे होती है आइए जानते हैं,
- IAS ऑफिसर की ट्रेनिंग LBSNAA में होती है |
- LBSNAA उत्तराखंड के मसूरी में स्थित है ।
- LBSNAA का फुल फॉर्म Lal Bahadur Shastri National Academy of Administration होता है ।
- यह एकेडमी लगभग 190 एकड़ में फैला हुआ है।
- ट्रेनिंग के दौरान एकेडमी में IAS ऑफिसर को OTs कहा जाता है यानी की officer Trainees कहा जाता है।
IAS OFFICER की ट्रेनिंग पूरे 5 फेज में होता है ।
- Foundation course
- Phase -1
- District Training
- phase 2
- Assistant Secretary Ship
सबसे पहले हम बात करेंगे Foundation course की
foundation कोर्स की अवधि 3 महीने की होती है। कोर्स के दौरान आईएएस ऑफिसर के साथ-साथ
दूसरे ऑफिसर के भी ट्रेनिंग होती है ।
Foundation course शुरू होने के 1 महीने बाद सभी Officer Trainees को सैलरी मिलनी शुरू हो जाती है।
ऑफिसर्स को सैलरी 7th पे कमीशन के हिसाब से 56000 सैलरी मिलती है और इसी सैलरी में ₹10000 उनके ट्रेनिंग के दौरान खाने-पीने और रहने के पैसे काट लिए जाते हैं।
फाउंडेशन कोर्स में उन्हें एक्सटर्नल एक्टिविटी भी कराई जाती है शुरू के 4 हफ्तों के वीकेंड में उन्हें मसूरी के आस पास के जगह में उन्हें ट्रैक पर भेजा जाता है।
जैसे – George Everest peak , Benog hill , lal tibba
इसके बाद एकेडमी द्वारा 100 km का Himalyan trek पर भेजा जाता है ।
Officer Trainees को एक सप्ताह के लिए विलेज विजिट पर भी भेजा जाता है ताकि वह भारत के विभिन्न राज्यों के गांव में उन्हें विलेज विजिट के लिए भेजा था कि उनकी गांव में रहन-सहन भेदभाव सरकार के द्वारा जो योजना चलाई जा रही है वह लोगों के पास तक पहुंचती है या नहीं सभी जानकारी से उन्हें अवगत कराया जाता है।
ऑफिसर्स को फाउंडेशन कोर्स के इंटरनल क्लास भी कराई जाती है।
Subjects of foundation course
- Public administration
- law
- Economics
- Management and behavioural science
- political concepts and constitution of India
- Indian history and culture
इसके अलावा ICT की भी क्लास होती है
ICT की full form – information and communication Technology होता है ।
यह सभी सबजेक्ट के Exam भी लिए जाते है, पहले objective type exam लिए जाते है Exam में पास होने के बाद foundation course का Exam होता है जो कि 300 मार्क्स का Exam होता है। फाउंडेशन कोर्स के फाइनल Exam में जितने भी ऑफिसर्स के एक्सटर्नल एक्टिविटीज हुई होती है सारे मार्क्स उसमें ऐड होते हैं।
फाउंडेशन कोर्स के बाद सभी सिविल सर्वेंट्स अपने-अपने एकेडमी चले जाते हैं सिर्फ IAS Officer Trainees छोड़कर।
उसके बाद आईएएस की Phase -1 की Training की शुरुआत होती है।
Phase -1 ट्रेनिंग की शुरुआत भारत दर्शन से होती है भारत दर्शन को विंटर स्टडी टूर भी कहा जाता है।
या लगभग 40 से 45 दिनों का स्टडी टूर होता है Officer Trainees अलग-अलग group divide घर के भारत में अलग-अलग जगहों पर भेजा जाता है |
Officer Trainees को विभिन्न प्रकार के सरकारी सेक्टर और प्राइवेट सेक्टर में भेजा जाता है।
और 5 दिन का आर्मी अटैचमेंट भी होता है।
भारत दर्शन का मेन मकसद यह होता है कि Officer Traniees को देश के विभिन्न चीजो को अच्छी तरह से समझ पाए और अनुभव कर सकें कई तरह के संगठन के कामकाज को नजदीक से देख सके और उनके सिस्टम को समझ सके।
उसके बाद District Training होती है।
District Training 1 साल की होती है |
डिस्ट्रिक्ट ट्रेनिंग के दौरान सब से पहले ऑफिसर्स की स्टेट की एडमिनिस्ट्रेटिव इंस्टिट्यूट में 2 महीने लगता है कंप्लीट होने के बाद ऑफिसर्स को विभिन्न प्रकार के अटैचमेंट होते हैं जैसे कलेक्ट्रेट , ट्रैवल ऑफिसर , जिला परिषद , म्युनिसिपल कॉरपोरेशन, तहसीलदार ऑफिसर, चीफ़ मिनिस्टर ऑफिस सभी प्रकार के अटैचमेंट खत्म होने के बाद officers ko SDM , assistant collector के रूप में independent charge दिया जाता है |
डिस्ट्रिक ट्रेनिंग कंप्लीट होने के बाद ऑफिसर मसूरी आते हैं।
फिर phase 2 की ट्रेनिंग शुरू होती है
फेज 2 की ट्रेनिंग लगभग 6 हफ्तों की होती है ।
इस ट्रेनिंग के दौरान ऑफिसर्स को कोई भी सब्जेक्ट नहीं पढ़ाया जाता है सभी जो 1 साल डिस्टिक ट्रेनिंग के एक्सपीरियंस को शेयर करना होता है।
Phase 2 training ट्रेनिंग के दौरान कई तरह के एडवेंचर कोर्स भी होते हैं
जैसे- river rafting, parasailing, rock climbing, इसके अलावा ऑफिसर ट्रेनिंग को 1 वीक का Foregin study Tour भी होता है।
इसके बाद सभी आई ए एस ऑफिसर को जवाहरलाल यूनिवर्सिटी से पब्लिक मैनेजमेंट में मास्टर की डिग्री दी जाती है |
उसके बाद Assistant secretary ship के लिए दिल्ली भेजा जाता है ।
दिल्ली में सेंट्रल गवर्नमेंट की 36 type की अलग-अलग मिनिस्ट्री होती है। जिसमें अलग-अलग मिनिस्ट्री में ऑफिसर को असिस्टेंट सिक्योरिटी के रूप में नियुक्त की जाती है 3 महीने के लिए
उसके बाद इनका training complete हो जाता है और IAS OFFICER को स्टेट में SDM की पोस्ट मिल जाती है।
IAS OFFICER TRAINING
पूरे 2 साल 1 महीने का होता है।
- Bihar Scholarship 2022, ₹25,000 का प्रोत्साहन राशि
- sukanya samriddhi yojana 2022
- Up Scholarship 2022, Pre & Post Matric Scholarship
यह भारत की केंद्रीय संस्था है जो कि केंद्रीय सेवा के समूह ग्रुप A और ग्रुप B के अधिकारियों की परीक्षा करवाती है यह लगभग 24 पदों के लिए परीक्षा कराती है UPSC सिविल सर्विसेज Exam कराती है और बहुत सारी Exam करवाती है।
UPSC की स्थापना 1 अक्टूबर 1926 को हुआ था
उस समय इसका नाम था लोक सेवा आयोग (public Service Commission) PSC
आजादी के बाद 26 अक्टूबर 1950 में इसका नाम बदलकर UPSC रख दिया गया union Public Service Commission( संघीय लोक सेवा आयोग ) और बहुत सारे बदलाव भी किए गए।